एक मैं और एक तू....

एक तेरा ही चेहरा आंखों में बसा रहता है,

एक तेरा नाम लबों पे दुआ बनके आती है,

एक तेरा ही ग़म है के मुझे जीने नहीं देता,

एक तेरी ये याद है जो आके मुझे सताती है।


एक तेरी वो आंखें जिन्हें मैं भूल नहीं सकता,

एक तेरे होंठ जिनकी प्यास अधूरी रह जाती है,

एक तेरी वो बातें जो मुझसे भूला नहीं जाता,

एक तेरे वो आखिरी लब्ज़ जो चुभ के जाती है।


एक यहां मैं हूं जो तुमको खोना नहीं चाहता,

एक वहां तू है जो सिर्फ मेरा होने से डरता है,

एक यहां मैं हूं जिसे तुमसे बिछड़ना नहीं आता,

एक वहां तू है जो मुझे अपना भी नहीं बताती है,


एक तेरा ज़िक्र है जो मेरी ज़बां पे आ ही जाता है,

एक तेरी फ़िक्र है जो तुम्हें मैं रोकता हूं टोकता हूं,

एक तेरे कुछ अपने तुम्हें खुद से ज्यादा जरूरी है,

एक मेरी ही बातें हैं जो तुम्हें समझ नहीं आती है।


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✍️ ऋतिक रौशन ©️

    [ @hritik040 ]

25 September 2022, 05:14 AM



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